उज्जैन। पिछले दो दिनों से दिन भर की तेज गर्मी के बाद शाम को बादल एवं बारिश से उमस भडक रही है और इससे आमजन पसीने में तर हो रहा है। उमस के बढने से गर्मी बेकाबू हो रही है। इसके साथ ही बिजली का कई बार जाना और आना भी आमजन को परेशान किए हुए है तो पर्याप्त एवं स्वच्छ पानी को लेकर भी आमजन परेशान है।
मानसून आने ही वाला है । जून में गर्मी ने जमकर कोहराम मचाया है। पिछले 9 दिनों से तापमान ने आमजन जीवन को प्रभावित किया है। गर्मी से राहत पाने के लिए तमाम जतन बेकार साबित हो रहे हैं। गर्मी के साथ ही आमजन को पानी और बिजली के लिए भी परेशान होना पड रहा है। दिन और रात में बिजली कई बार आ जा रही है जिससे आमजन परेशान है और उसके विद्युत यंत्रों में भी खराबी की आशंका है। शहर में एक दिन छोडकर पानी सप्लाय को लेकर भी आमजन परेशानी के दौर में ही चल रहा है। न तो उसे पर्याप्त पानी मिल पा रहा है और न हीं स्वच्छ पानी मिल पा रहा है।
कभी भी बिजली गोल,पानी प्रदाय में दिक्कत-
गर्मी के रूप में आसमानी आफत से परेशान आमजन के लिए बिजली और पानी जैसी समस्या गर्मी में तनाव को और बढ़ा रही है। मामला है बिजली कटौती और पानी सप्लाय की समस्या का । बिजली के हाल यह हैं कि संधारण के नाम पर जो कटौती की जा रही है वो तो है ही। इसके साथ ही आम आदमी के आराम के समय देर रात में भी आकस्मिक रूप से बिजली शहर के कई हिस्सों में गायब हो रही है। देर रात में नींद के समय बिजली गायब होने से आमजन के दैनिक जीवन में ही खलल के हाल बनने लगे हैं। लो वोल्टेज के कारण उपभोक्ताओं के विद्युत उपकरण भी सतत रूप से खराब हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि बारिश तो दूर हवा शुरू होने से पहले ही बिजली गुल हो जाती है। बारिश के दौरान तो ठीक सामान्य दिनों में भी लो वोल्टेज और बिजली कटौती के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। पानी प्रदाय की स्थिति यह है कि नए शहर में प्रदाय के समय में बिजली बंद नहीं करने से अधिकांश पानी मोटर से खींच लिए जाने के कारण सामान्य उपभोक्ताओं को सांकेतिक प्रदाय से ही काम चलाना पड रहा है या फिर उसे क्षेत्रीय नलकूप से पानी लाना पड रहा है। एक घंटे के प्रदाय का दावा किया जा रहा है लेकिन मात्र 45 मिनट भी नल नहीं चल पा रहे हैं। उसमें भी प्रारंभिक 15 मिनट मटमैला पानी मिल रहा है।
तीन सौ से पांच सौ रुपए प्रति टैंकर-
बढ़ती गर्मी के बीच पानी की खपत बढ़ने व नलों से पर्याप्त पानी नहीं आने के कारण टैंकरों की मांग बढ़ गई है। नगर निगम के टैंकर सेक्शन से निर्धारित राशि पर व्यक्तिगत टैंकर आमजन ले रहे हैं। सार्वजनिक स्थिति में नगर निगम से गली मोहल्लों में पानी की पूर्ति मांग पर टैंकर भेजकर की जा रही है। प्रायवेट रूप से भी पानी के टैंकरों की सप्लाय की जा रही है। नल से पर्याप्त पानी न मिलने पर कई लोगों को मजबूरन 300 से लेकर 500 रुपए में टैंकर पानी खरीदना पड रहा है। औसतन शहर में निजी उपयोग के लिए प्रतिदिन निजी सप्लायर्स से 150 से अधिक टैंकर पानी की खरीद फरोख्त हो रही है।
